Token in C Syntax

जब भी हमें Computer में प्रोग्राम बनाने होते हैं तो Processor को Instruction देना होते हैं , इन Instruction को देने के तरीके को ही Syntax या Statement कहा जाता हैं , Syntax के अलग अलग भाग होते हैं आइये हम एक एक कर सभी को समझते हैं । एक Syntax एक से अधिक Token से मिल कर बना होता हैं । आइये हम सबसे पहले Token in C के बारे में समझते हैं ।

Token in C

Token : यह एक Word हैं जिसमे निम्न टाइप में बाटा जा सकता हैं ।

  • Keyword : Keyword Reserve Word होते हैं यह Complier में Set होते हैं । आप Keyword को किसी भी Variable के नाम रखते समय उपयोग में नहीं ले सकते हैं । keyword के नाम के कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं जैसे auto, int, case, if, else आदि ।
auto breakcasechar
const continuedefaultdo
double elseenumextern
float for gotoif
int long register return
short signedsizeof static
struct switchtypedefunion
unsigned void volatilewhile

इस आर्टिकल के अंत में हमें एक एक keywords के बारे में समझाया हैं।


  • Identifier : C में किसी भी Variable/Function या अन्य किसी भी Item का नाम को Identifier कहते हैं यानि की हम जो भी आइटम बनाते हैं उसका एक नाम रख देते हैं और नाम ऐसा होना चाहिए जो की पुरे प्रोग्राम में Unique हो ।
    • Identifier में कभी भी Punctuation Mark का उपयोग नहीं करना चाहिए जैसे ! @ # $ आदि ।
    • Identifier की शुरुआत कभी भी Digit (0-9) से नहीं करना चाहिए ।
    • Identifier Case Sensitive होते हैं इसलिए Capital A और small a को अलग अलग माना जाता हैं ।
    • Identifier के नाम में हम A से Z , a से z , 0 से 9 और साथ में Underscore (_) का उपयोग कर सकते हैं ।
  • Qualifier
    • Sign Qualifier : unsigned or signed इनका उपयोग हम केवल positive और positive के साथ negative value के लिए Variable डिफाइन करने से पहले उपयोग करते हैं।
    • Size Qualifier : short or long , int के पहले यदि हम उसके छोटे हिस्से यानि की 2 bytes का उपयोग करना चाहते हैं तो short और बड़े हिस्से यानि की पुरे 4 Bytes का उपयोग करना चाहे तो long का उपयोग करते हैं।
    • Type Qualifier : const और volatile , इन Qualifier के द्वारा वैल्यू को स्थिर बनाने और cache के स्थान पर RAM का उपयोग करने के लिए होता हैं।
  • Symbol : सभी प्रकार के Symbol जैसे + – */ % आदि ।
  • Literal : C में (“) Double Quote का String Literal और (‘) Single Quote को Character Literal कहा जाता हैं यानि की किसी भी String की शुरुआत और अंत में हमें Literal का उपयोग करना होता हैं ।
  • White Space : एक टोकन से दूसरे टोकन को समझने के लिए बिच में एक Space दी जाती हैं उसे Whitespace कहा जाता हैं ।
    • Whitespace में Space Tab New Line आदि आते हैं ।
    • यदि आपने एक टोकन से दूसरे टोकन के बिच में यदि कोई symbol का उपयोग किया हैं तो Whitespace की जरुरत नहीं होती हैं ।
    • कही-कही पर हम Whitespace का उपयोग Program को आसानी से पड़ने और समझने योग्य बनाने के लिए भी किया जाता हैं ।
  • Semicolon (;) : जब भी हम किसी भी Statement को Close करना होता हैं तो हमें ; का उपयोग करना होता हैं ।
  • Comment (/* */) : यदि हम किस भी Syntax पर कोई Comment Remember के लिए लिखना चाहते हैं तो /* से शुरू करे और */ से अंत करे इसके मध्य जो भी लिखा होता हैं उसे Compiler Ignore कर देता हैं ।

यहाँ पर Video के माध्यम से Syntax और Program Structure समझना चाहते हैं तो यह वीडियो देखे


Syntax Example in C

जैसे हमें कोई variable declare करना हैं तो हम data type के साथ identifier और semicolon का उपयोग करते हैं। यह एक syntax हुआ।

int a;

यदि हमें कोई Calculation करना हो तो हम variable के बाद operator और उसके बाद फिर Variable और फिर operator और फिर वेरिएबल का उपयोग करते हैं निम्न उदाहरण में a, b, c वेरिएबल हैं और हमने c में = operator लगा कर a और b की वैल्यू को जोड़ कर c में store की हैं।

int a=10 , b=5 , c;  
c = a + b ;

ऐसे हमें एक से अधिक टोकन का उपयोग कर syntax बना सकते हैं ।


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Keywords in C

याद रखना आसान बनाने के लिए इनके Sequence बदल दिए हैं

auto registerstaticextern
char int floatdouble
shortlongsignedunsigned
voidstruct union enum
const volatile sizeof typedef
if elseswitchcase
defaultforwhiledo
breakcontinuereturngoto

और भी आसान बनाने के लिए हम आपको इन सभी Keywords के बारे में समझते हैं

Storage Classes (4)

  • 1. auto : जब भी हम कोई Variable Declare करते हैं और उसके पहले केवल डाटा टाइप की लिखते हैं तो default storage class auto होती हैं इसका मतलब यह होता हैं की Variable RAM में Store होगा।
  • 2. register : इस Keywords के उपयोग से हम Variable को RAM में Store न करते हुए CPU Register में Store करते हैं , यह बहुत ही Fast होते हैं , और इनकी लिमिट होती हैं , इसलिए जब जरुरत हो तब ही हमें इनका उपयोग करना चाहिए। Pointer से हम इनका उपयोग नहीं कर सकते हैं।
  • 3. static : यदि हमने किसी भी Variable को static बनाया हैं तो वह Global Variable की तरह की कार्य करता हैं उस Variable को हम कही पर भी उपयोग कर सकते हैं।
  • 4. extern : जब हम एक प्रोग्राम फाइल में दूसरी प्रोग्राम फाइल के किसी Variable या Function का उपयोग करते हैं तो हम Variable के पहले extern का उपयोग करते हैं , यहाँ पर extern से मतलब External File के उपयोग को समझ सकते है.

Data Types (12)

–> Basic Data Type (4 )

  • 5. char : Character Type की Value Store करने के लिए 1 Byte Memory Occupied करता हैं।
  • 6. int : Integer Type की value Store करने के लिए कम से कम 2 Bytes और अधिक से अधिक 4 Bytes Memory Occupied करता हैं।
  • 7. float : यह Decimal Value भी store कर सकते हैं यह 4 Bytes Occupied करता हैं।
  • 8. double : यह भी Decimal Value भी store करता हैं यह 8 Bytes Occupied करता हैं।

–> Basic Data Type with Qualifier (4)

  • 9. short : integer के पहले इस Keyword का उपयोग करते हैं। यह Short int हैं जो 2 Bytes Memory Occupied करता हैं।
  • 10. long : यह integer Type का ही datatype हैं जो की 4 Bytes Occupied करता हैं।
  • 11. signed : यदि हमने किसी भी Variable के पहले signed का उपयोग किया हैं तो वह जगह हो उतनी ही Occupied करेगा लेकिन + और – Sign को भी Store कर रखने के लिए हमारे पास Value Store करने के लिए उनकी Range में 1 Bit कम हो जाएगी, और हम + और – दोनों की वैल्यू Store कर पाएंगे।
  • 12. unsigned : इसमें हमेशा केवल Positive Value ही Store होगी।

–> Void data type (1)

  • 13. void : जब हमें किस भी प्रकार के डाटा टाइप की जरुरत नहीं होती तब हम Void Data Type का उपयोग करते हैं।

–> Derivate Data Type (2)

  • 14. struct : यहाँ डाटा टाइप किसी बेसिक Data Type से बने होते हैं इसलिए इन्हे Derivate Data Type कहा जाता हैं। इसमें एक से अधिक अलग अलग Data Type की वैल्यू और Store किया जा सकता हैं।
  • 15. union : यह भी Derivate Data Type ही हैं इसमें एक समय में एक ही Value Store होती हैं इसलिए यह मेमोरी में जो Max Size का Data Type होता हैं उतनी ही Memory Occupied करता हैं।

–> Enumerated Data Type (1)

  • 16. enum : यह एक Integer Constant होता हैं, हम इसकी सहायता से Constant (जिनकी वैल्यू बार बार नहीं बदलती ) वह Define कर सकते हैं।

Qualifier (2)

  • 17. const : Constant की एक स्थिर, कोई भी ऐसी जिसे हम बदल नहीं सकते उसे const Qualifier में उपयोग करते हैं।
  • 18. volatile : यह भी एक Qualifier हैं , जब हम Value को cache Memory के स्थान पर वह जहा के लिए Declare हुई हैं वही से उपयोग करना चाहे हो हम Data Type Define करने के पहले volatile का उपयोग कर सकते हैं, इसमें यह cache का उपयोग न कर RAM से ही उपयोग में आती हैं। सामान्यतः इसका उपयोग नहीं किया जाता हैं परन्तु जब हम Hardware Interact के कोई Program बनाते हैं तो kernel इसका उपयोग करती हैं।

Operator & Other (2)

  • 19. sizeof : किसी भी डाटा टाइप Memory में कितनी Bytes Occupied कर रहा हैं वह देखने के लिए हम sizeof का उपयोग करते हैं।
  • 20. typedef : Data Type का Alias यानि की दूसरा नाम रखने या short name रखने के लिए हम typedef का उपयोग करते हैं साथ ही में जब हम कोई भी struct या union बनाते हैं तो उसे as a datatype में उपयोग करने के लिए उसे typedef कर उपयोग में लेते हैं।

Control Statement (5)

  • 21. if : किसी भी प्रकार की Condition को चेक करने के लिए हम if keyword का उपयोग करते हैं।
  • 22. else : if की False कंडीशन के लिए हम Else का उपयोग करते हैं।
  • 23. switch : यह भी एक से अधिक Condition चेक करना चाहे तो हम switch में variable की value देते हैं।
  • 24. case : यह स्विच में लिखे Variable की Condition को Check करता हैं।
  • 25. default : यह भी Switch में यदि किसी भी case में Condition True नहीं होती हैं तो अंत में Execute होता हैं।

Loop (3)

  • 26. for : यह एक Entry Control Loop हैं।
  • 27. while : यह भी एक Entry Control Loop हैं।
  • 28. do (do while) : यह एक Exit Control Loop हैं यहाँ पर हमें do के साथ while का उपयोग करते हैं।

Flow Transfer Statement (4)

  • 29. break :
    • जब भी हमें for, while और Do….while में से Exit होना होता हैं तब हम break कमांड का उपयोग करते हैं
    • switch case statement से भी बहार आने के लिए भी break का उपयोग किया जाता हैं ।
  • 30. continue : किसी भी loop statement के current cycle को bypass करने के लिए continue statement का उपयोग किया जाता हैं ।
  • 31. return : return statement को दो तरीके से उपयोग कर सकते हैं .
    • return : इसमें हम केवल statement लिखते हैं ऐसा करने से जो भी फंक्शन या स्टेटमेंट हैं वह वही पर क्लोज हो जाता हैं ।
    • return value : इसमें हम return के साथ वैल्यू भी return कर सकते हैं.
  • 32. goto : यह statement program के flow को transfer करने के काम आता हैं , वैसे यदि आप एक best practice करना चाहते हैं तो इस Statement का उपयोग नहीं करना चाहिए हैं , यदि बहुत जरुरी हो तो ही इसका उपयोग करे ।

आशा हैं मुझे की आपको Token in C Syntax समझ में आ गया होगा फिर भी यदि कोई Query हो तो आप कमेंट कर सकते हैं, अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद।

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