पैसो के बारे में ऐसा क्या हैं जो अमिर माता-पिता अपने बच्चो को सिखाते हैं?
|पैसो के बारे में ऐसा क्या हैं जो अमिर माता-पिता अपने बच्चो को सिखाते हैं और मध्यम वर्ग के माता-पिता नहीं सिखाते !
यह ब्लॉग उन सभी माता-पिता के लिए हैं जो अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा देना चाहते हो, और उन वयस्कों के लिए जो जॉब कर रहे हो !
मेरा आप से निवेदन हैं की समय निकाल कर इस Article को जरूर पढ़े, !
यह प्रश्न आप खुद से करे !
- 1. “क्या स्कूल और कालेजों में जो शिक्षा दी जा रही हैं वह पर्याप्त हैं, अपने बच्चो को अमीर बनाने के लिए ?”
- 2. क्यों गरीब और गरीब और अमीर और अमीर होते जा रहे हैं?, आखिर ऐसा क्या हैं जो दोनों के बिच की गैप बढ़ती ही जा रही हैं!
अब समय आ गया हैं
- 1. हमारी लाइफ के कुछ फ़ॉर्मूले चेंज करने का !
- 2. हमारे एजुकेशन सिस्टम को बदलने का !
- 3. चूहा दौड़ से बाहर निकलने का !
- 4. बच्चो को कम उम्र में ही सेविंग और इन्वेस्टमेंट से सम्बंधित ज्ञान देने का !
इस ब्लॉग में राबर्ट टी. कोयोसाकी की पुस्तक रिच डेड पुअर डेड के कुछ बेसिक पॉइंट हैं, यदि आप डीप में पड़ना चाहे तो इस बुक को जरूर पड़े !
मुख्य बिंदु
- 1. इस पुस्तक में धन की कुछ नियमो को समझाया गया हैं जो धनवान लोग उपयोग करते हैं !,
- 2 . मध्यम वर्गीय धन के लिए काम करते हैं और अमीर धन से काम करवाते हैं !,
- 3. हमें यह समझना बहुत जरुरी हैं की धन कैसे काम करता हैं और यही शिक्षा अपने बच्चों को देना हैं ताकि वह जल्द ही धनवान बन सके!
- 4. लेखक ने बहुत बारीकी से समझाया हैं की धन का उपयोग कैसे करे, “संपत्ति किसे कहते हैं?”
- 5. वह देखना जो दूसरे नही देख पाते।
- 6. सीखने के लिए काम करे, धन कमाने के लिए काम न करे।
आय के प्रकार
- 1. अर्जित आय
- 2. निष्क्रिय आय
- 3. पोर्टफोलियो आय
बुक के कुछ वाक्यांश राबर्ट टी. कोयोसाकी के शब्दों में
गरीब डैडी : “पैसो का मोह ही सभी बुराइयो की जड़ है !”
अमीर डैडी : “पैसो की कमी ही सभी बुराइयो की जड़ है !”
गरीब डैडी :“मै इसे नही ख़रीद सकता।”
अमीर डैडी :“मै इसे कैसे ख़रीद सकता हु।”
गरीब डैडी :“मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हे किसी अच्छी कंपनी में नौकरी मिल जाये”
अमीर डैडी :“मेहनत से पढ़ो ताकि तुम्हे किसी अच्छी कंपनी को खरीदने के मौका मिल जाये”
गरीब डैडी :“जहाँ पैसो का सवाल हो, सुरक्षीत क़दम उठाओ, ख़तरा मत उठाओ।”
अमीर डैडी : “ख़तरो का सामना करना सीखो।”
Rich Dad Poor Dad Order
नियम – संपत्ति और दायित्व के बिच अंतर
संपत्ति वह चीज है जो मेरी जेब में पैसे डालती हैं, दायित्व वह चीज है जो मेरी जेब से पैसे निकलती हैं ।
तो मैं आपको या आपके बच्चो को किस तरह की संपत्ति के संग्रह की प्रेरणा दे रहा हु, मेरी दुनिया में असली सम्पत्तिया कई तरह की होती हैं :
- 1. ऐसे बिज़नेस जिनमे मेरे होने की जरुरत न हो। मै उनका मालिक जरूर हूँ परंतु उन्हे दूसरेलोग चलाते हो। अगर मुझे वहाँ काम करना पड़ेतो यह बिज़नेस नही होगा, यह मेरी नौकरी होगी।
- 2. स्टॉक
- 3. बॉण्ड
- 4. म्यचुअल फण्ड
- 5. आमदनी देने वाला रियल एस्टेट
- 6. बौधिक संपदा जसै संगीत, पटकथा, पेटेंट इत्यादि से मिलने वाली रायल्टी
प्रेरणा
समय निकाल कर पढ़ने के लिए धन्यवाद् , लिखने और समझाने में कही त्रुटि रही हो तो मुझे जरूर बताये |