भगवान श्री चित्रगुप्त लेखन कला मंच द्वारा अक्टूबर 2022 मे आमंत्रित लेख शीर्षक “राष्ट्र एवं समाज के निर्माण मे युवाओ का योगदान” मे प्रेषित लेख इस प्रकार हैं । यदि कोई भी लेख कही से Copy किया गया होगा तो उसके लिए लेखक स्वयं जवाबदार हैं ।
लेखन कला मंच अक्टूबर 2022 मे प्राप्त लेख
- 1. चित्रांश सहेंद्र श्रीवास्तव जबलपुर (म.प्र.)
- 2. चित्रांश नरेश कानूनगो, देवास (म.प्र.)
- 3. चित्रांशी अंजली श्रीवास्तव जिला सीतापुर (उ.प्र.)
- 4. डॉ अखिल सहाय राजाजीपुरम लखनऊ (उ.प्र.)
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- चित्रांश नरेंद्र श्रीवास्तव नीमच 9425975525
- चित्रांश मनीष निगम इंदौर 9827059128
- चित्रांश डॉक्टर गोविंद नारायण श्रीवास्तव रीवा 9407061724
1. चित्रांश सहेन्द्र श्रीवास्तव जबलपुर (म.प्र)
राष्ट्र के लिए व समाज निर्माण मे युवाओं का योगदान वर्तमान समय मे सर्वागणीय विकास। के लिए अग्रणी भूमिका मे है उच्च शिखर पर लाने। मे युवाओं का नेतृत्व। सेतु का काम कर रहा है चाहे वह आई टी व विज्ञानिक अनुसंधान राष्ट्र की सुरक्षा। बैकिग हर विधाओ मे युवा शक्ति विदेशो मे राष्ट्र के लिए समर्पित भावनाओ से अपनी कुशल। क्षमता। का प्रयोग कर राष्ट्र का नाम रोशन कर रहे है समाज मे भी युवा शक्ति का योगदान हर विधाओ मे समाज को मिल रहा। युवा शक्ति किसी भी कार्य को अल्प समय मे अपनी तकनीकी शिक्षा और विभिन्न क्षेत्रोमे अपनी योग्यता से समाज का नाम रोशन कर रहे है बैगलोर मुम्बई पूना हैदराबाद मे लाखो युवा शक्ति आई टी कम्पनियो मे कार्यरत है देश के योगदान सराहनीय व स्वागत योग्य है कोरोना वेकसीन अल्प समय मे तैयार करना युवा शक्ति के प्रयास से ही यह महान कार्य हुआ है।
2. चित्रांश नरेश कानूनगो, देवास (म.प्र.)
आज हमारे देश का अधिकतर युवा पढ़ा लिखा और समझदार है। देश की कुल आबादी का पैंसठ प्रतिशत भागीदारी करने वाले युवा वर्ग का देश की उन्नति और विकास मे जो योगदान है वह सराहनीय है। देश और जीवन के हर क्षेत्र में, आज के युवा वर्ग के जोश और एनर्जी का भरपूर उपयोग हो रहा है। बदलाव के लिए जो जोश और सक्रियता आज युवाओं मे देखी जाती है, उससे निश्चित रूप से भारत वर्ष दिनोंदिन तरक्की की पायदानों को पार कर रहा है। युवा वे लोग कहलाते हैं जिनकी उम्र पन्द्रह से चालीस बरस के बीच होती है। गुलामी की जंजीर से मुक्ति दिलाने वालों की मुख्य भूमिका में भगतसिंह, सुभाषचंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस के साथ ऐसे अनेक नाम हैं जो युवा ही थे जिन्होंने हंसते – हंसते देश के लिए प्राणों के बलिदान करने में कोई कोताही नही की। आज के भारत की युवाशक्ति, उद्यमशील व उत्साही भी है। युवाओं ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी, गणित, वास्तुकला, इंजीनियरिंग, खेलकूद और अन्य क्षेत्रों मे जो उपलब्धियां पायी हैं उनका जिक्र देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी गत दिनों स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम के सम्बोधन में गर्व के साथ किया था। सरकार ने युवा वर्ग को प्रोत्साहित करने और उनकी कार्य कुशलता को आगे लाने के लिए अनेक योजनाएं चला रखी हैं, जिनका उपयोग और फायदा यह वर्ग भरपूर ले रहा है। युवा वर्ग, नवीन तकनीकों को सीखने – समझने के लिए काफी प्रतिभाशाली है। वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए लगातार प्रयासरत हैं। अब युवा रूढ़िवादी परंपराओं और अंधविश्वासों से अपने को बांधे नहीं रखना चाहता है। वे अपने सुखी और सुनहरे भविष्य के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, जिनसे राष्ट्र और समाज का नाम ऊंचा करने में अपने को अभिमानी महसूस कर रहे हैं।
3. चित्रांशी अंजली श्रीवास्तव जिला सीतापुर (उ.प्र.)
युवाओं के प्रेरणा पुंज, अनुकरणीय स्वामी विवेकानंद ने अपने अल्प जीवन काल में ही देश, धर्म और अध्यात्म के लिए अतुलनीय योगदान दिया है । उन्होंने केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपने ज्ञान, धर्म दर्शन और हिन्दुत्व का परचम लहराया है। आज हर युवा का स्वामी विवेकानंद को आदर्श मानते हुए राष्ट्र और समाज निर्माण में योगदान अपरिहार्य है। वर्तमान परिदृश्य में भारत सर्वाधिक युवाओं की जनसंख्या वाला राष्ट्र है । यही सही समय है जब भारत युवाओं के बल पर विश्वगुरु बन दुनिया में नए कीर्तिमान स्थापित कर सकता है।
इतिहास में भी चन्द्रगुप्त मौर्य को देखें या शिवाजी को, खुदीराम बोस हों या भगत सिंह सब ने युवाओं को प्रेरणा देने वाले अविस्मरणीय कार्य किए हैं। सभी महान व्यक्तियों ने राष्ट्र और समाज को एक नयी दिशा देकर पथ प्रदर्शन किया है।
वर्तमान में भी बहुत से युवा हमारे समाज निर्माण में जुटे हुए हैं परंतु यह संख्या आनुपातिक रूप से काफी कम है। अधिकांशतः युवाओं का वर्ग कई निंदनीय और बुरी प्रवृतियों का शिकार हो रहे हैं। ना ही जीवन के लक्ष्य है ना ही कोई उद्देश्य केवल एक सैलाब की भाँति सभी की नकल करते हुए एक ही दिशा में चलायमान हैं।
सभी युवाओं और उनके परिवार जनों को चाहिए को वह स्वपथ निर्धारित कर लक्ष्यों का निर्माण करें और जीवन को समाज और राष्ट्र हेतु समर्पित बनाये। युवा केवल वो नहीं है जो 18 से 30 की उम्र के बीच में हैं। युवा वो भी है जो समाज में एक नयी चेतना लाने और परिवर्तन की नीव रखने योग्य है और इसके लिए निरंतर प्रयासरत है। ऐसे व्यक्तित्व हमेशा ही युवा रहते हैं। इनके लिए उम्र मात्र एक संख्या है। अंततः मैं यही कहना चाहूँगी कि-
हम युवा देश की ताकत हैं, परिवर्तन लाकर मानेंगे ।
कर देंगे ऐसे काम जिन्हें, सब मील का पत्थर जानेंगे।
4. डॉ अखिल सहाय राजाजीपुरम लखनऊ (उ.प्र.)
राष्ट्र के निर्माण मैं युवाओं का योगदान। बहुत ही अच्छा विषय आप सभी विद्वान लोगो ने चुना है। आज के युवा का महत्व समाज के निर्माण मैं बहुत है लगभग सभी मल्टीनेशनल कंपनी मैं छोटी हो या बड़ी सभी जगह युवा अपनी योग्यता के बल पर लिया जा रहा है और इसमे लड़के ही नही बल्कि लड़कियां भी बहुत है और सभी नई तकनीक को युवा बहुत जल्दी ले रहा है और लेना भी चाहिये किसी भी तरह की टेक्नोलॉजी किसी भी क्षेत्र की हो आज के युवा बहुत जल्दी ले लेते है और तो और अब तो युवा मोबाइल रिपेयरिंग टी वी रिपेयरिंग कार मेकेनिक का कार्य मैं भी आगे आ रहा है जिससे कि एक तो अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है दूसरे अपना खुद का गैराज खोल कर और युवाओं को भी कार्य देता है और अपना कार्य करके देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करता है
अब तो नई नई। कॉम्पिटिशन की कोचिंग की भी शुरुआत हो चुकी है इसमे भी आज के युवा बहुत जोर शोर से भाग ले रहे है। और आधुनिक तरीके से कोचिंग चला रहे है युवा अब एक परंपरा पर नही चलना चाहता है वो नित नए प्रयोग करता है बिज़नेस मैं भी खूब युवा आ रहे है और नए नए रेस्टोरेंट खोल रहे है मोबाइल की बड़ी बड़ी शॉप खोल रहे है रेडीमेड गारमेंट्स की बड़ी बड़ी शॉप खोल रहे है आज की 18 साल की लड़कियां भी कुछ न कुछ करने लगी है जिससे कि उनके पॉकेट मनी के लिए माता पिता पर बोझ न हो और धीरे धीरे लड़कियां अपने घर को भी आर्थिक सपोर्ट करने लगी है जो कि एक बहुत बड़ी आज के परिवेश मैं युवाओं की उपलब्धि है अब परंपराओं की तरह केवल शादी की ही सोच नही रह गयी है एक उम्र होने पर अब पहले कैरियर हो गया है जो कि एक अच्छी बात है इससे कंपनिया जॉब दे देती है और युवा अपनी मेहनत से लगन से कंपनी को अपनी सेवाएं देता है और कंपनिया देश को टैक्स देती है जिससे कि देश की आर्थिक ग्रोथ बढ़ती है।
पहले लोग लड़कियों के लिए सोचते थे आज लडकिया सबसे अधिक योगदान देती है और कोई अतिशयोक्ति नही है कि मेरे कायस्थ युवा युवती बहुत अधिक संख्या मे देश को समाज को अपनी सेवाएं दे रहे है और समाज को बहुत अधिक योगदान भी दे रहे है और समाज के सभी वर्गों से मिलकर भी कार्य कर रहे है और राष्ट्र निर्माण मैं योगदान दे रहे है। अपने भविष्य को लेकर और राष्ट्र के निर्माण को लेकर आज का भी युवा बहुत उत्साहित है ईश्वर सभी युवा युवती का साथ दे यही मेरी कामना है आप सभी विद्वान लोगो को नमन है वंदन है कि आने समाज के लिए आप लोग बहुत त्याग कर रहे है जिसके लिए कायस्थ समाज आप सभी लोगो का ऋणी है और रहेगा ।
भगवान श्री चित्रगुप्त लेखन कला मंच संयोजन मण्डल
विशेष सूचना : श्री चित्रगुप्त लेखन कला मंच संयोजन श्री चित्रगुप्त शोध चिंतन एवं मंत्र लेखन संस्था भारत प्रेषित की गई
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