भगवान श्री चित्रगुप्त जी चित्रगुप्ताष्टक

भगवान श्री चित्रगुप्त जी चित्रगुप्ताष्टक

श्लोक-मंगलम्‌ चित्रगुप्तो मंगलम्‌ स्वकायतम्‌।कायस्थ धर्मोस्तुते मंगलम्‌ फलदायकम्‌ । ओमकायम्‌ अकायम्‌ का‌लम्‌ अकालम्‌ ।आदिम्‌ अनादिम्‌ महाकाल कालम्‌ ।।1।। स्वाविभूर्तम् जन्मस्य रहितम्‌ ।कायस्थूलम्‌ धर्माधिराजम्‌ ।।2।। शिव ओम् सूत्रम् शाखम्‌ विधातम्‌ ।शक्तिम्‌ तनूजम्‌ पराकृत कृपालम्‌ ।।3।। महाकाल पुस्तम्‌ लेखनी सुकालम्‌ ।मसि शारदाम्‌ त्रय हस्ते शोभायम्‌ ।।4।। चतुर्थम्‌ दण्डम्‌ दण्ड: विधानम्‌ ।सठ्यम्‌ साठ्यम्‌ समा चरेतम्‌ ।।5।। लिखितम्‌ पठितम्‌ वर्णम्‌ … Read more

भगवान श्री चित्रगुप्त जी मंत्र

भगवान श्री चित्रगुप्त जी मंत्र

मुख्य मंत्र ॐ यमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय वै नमः जल मंत्र – जल अर्पित करते समय बोलने वाला मंत्र नमस्तेस्तु चित्रगुप्ते, यमपुरी सुरपूजिते | लेखनी-मसिपात्र, हस्ते, चित्रगुप्त नमोस्तुते || स्वस्तिवाचन मंत्र – पूजन की शुरुआत इस मंत्र से ॐ गणना त्वां गणपति हवामहे, प्रियाणां त्वां प्रियेपत्र हवामहे निधीनां त्वां निधिपते हवामहे वसो मम आहमजानि गर्भधामा … Read more

भगवान श्री चित्रगुप्त जी कलम-दवात स्‍त्रोत

भगवान श्री चित्रगुप्त जी कलम-दवात स्‍त्रोत

दोहा-ज्ञानसूत्र आधवर निधि सकलकला गुणखान ।वेद ग्रंथ जग ईश सब केवल तुम्ही महान ।। चौपाई-चित्रगुप्त कर कलम सुहानें, काल पुस्तकी जिल्द समानें ।नितनित लेखनी अच्छर नाना, ज्ञान अथाह समुद्र समाना ।।1।। हेशुचिकलम सुअच्छर नयनी, करति नियत नित मानव करमी ।ज्ञानही ज्ञान मिल्यो‍ जग सारा, अग्रनोक महि ज्ञान अपारा ।।2,।। तूविद्या अरू बुद्धि विलासा, तुझमहि चारिउ … Read more

भगवान श्री चित्रगुप्त जी स्तुति

श्री चित्रगुप्त दयालू भजमन, पाप मोचन दारूणम् ।श्याम लोचन श्याम मुखकर, श्याम पद कंजारूणम् ।।1।। आजानभुज करवाल पुस्तक, करकलम मसिभाजनम् ।पट धवल मानहु रजत पट पर, नागदेव सुतौवरम् ।।2।। सिरमुकुट कनकुण्डल वसन, विराज न्यायसिंहासनम् ।भज चित्रगुप्त उदार मन तन, पाप पाश निकन्दनम् ।।3।। बुद्धि विवेक ज्ञान मति अरू, लेख अक्षर दायकम् ।विद्या विनय च पात्रता … Read more

भगवान श्री चित्रगुप्त जी चालीसा

दोहा-सुमिर चित्रगुप्त ईश को, सतत नवाऊं शीश। ब्रम्हा विष्णु महेश सह, रिनिहा भए जगदीश।।करो कृपा करिवर वदन, जो सरस्वती सहाय। चित्रगुप्त जस विमलयश, वंदन गुरुपद लाय।। चोपाई-जय चित्रगुप्त ज्ञान रत्नाकर । जय यमेश दिगंत उजागर ।।1।।आज सहाय अवतरेउ गुसांई । कीन्हेउ काज ब्रम्ह कीनाई ।।2।। अज की रचना मानव सुंदर । मानव मति अज होई … Read more

भगवान श्री चित्रगुप्त जी आरती

Aarti Shri Chitragupt Ji

आरती श्री चित्रगुप्त प्रभाकी।ज्ञान शारदा काल विभाकी।। चित्र महीना चित्र पूर्णिमा।नक्षत्र चित्रा में आए प्रभू।।रूप चतुर्भुज श्यामल सूरत।ब्रम्हपुत्र श्री धर्महरी की।।आरती श्री चित्रगुप्त ……. एक बांह में लेखनी धारत।दूजे बांह मसि भाजन वारत।।तीजे बाजुहि पुस्तक साजत।चोथे बांह दंड अस्त्र सभाकी।।आरती श्री चित्रगुप्त ……. लेखनी मध्ये ज्ञान विराजत।मसि मध्ये सरस्वती प्रकाशत।।पुस्तक मध्ये कालहि साजत।दंड अस्त्रे यमराज … Read more