आज का यह आर्टिकल उन व्यक्तियों के लिए लिखा हैं जो की Income Tax Online Filling के बारे में समझना चाहते हैं और उन्होंने अभी तक कभी भी Return file नहीं किया है ।
Income Tax Return किसे भरना होता हैं ?
यदि आपकी Yearly इनकम 2,50,000 से ज्यादा हैं तो इनकम टैक्स Return भरना जरुरी होता हैं । इसे Short में ITR भी कहा जाता हैं ।
बहुत से व्यक्तियों को ऐसा लगता हैं की ITR भरना यानि की Tax भरना होता हैं जबकि ऐसा नहीं हैं , ITR का मतलब होता है की आपको सरकार को यह बताना होता हैं की मेरे द्वारा एक वित्तीय वर्ष (Financial Year)में कुल कितने रुपये कमाए हैं और उस राशि पर बहुत सी छूट(deduction) सरकार द्वारा दी जाती हैं उन सभी को कम करने के बाद यदि कोई आय शेष बचती हैं तो उस पर अलग अलग दर से हमें Income Tax देना होता हैं , और यदि हमारा कही पर TDS Deduct हुआ है तो उस राशि को भी Tax की राशि में से कम कर दिया जाता हैं ।
कैसे पता करे की मुझ कौन सा ITR File करना हैं ?
सबसे पहले आपको एक बार Income Tax की website पर जा कर अपना AIS (Anuual Income Statement) देख लेना चाहिए , इस Statement मे आपको कही से भी यदि 1 रुपया भी आपके PAN के Against मिला हैं तो Show हो जाता हैं। आइये AIS देखने की Process समझते हैं ।
- Login Income Tax Portal Using This Link https://www.incometax.gov.in/iec/foportal
- Click to Login Button (Show on Top Right Corner) यदि आप पहले बार Login कर रहे हैं तो आपको Register करना होगा
- इसके बाद आप PAN से Login करे
- अब Dash Board open होगा इसमे आपको Menu मे से Service वाले Option पर Click करना हैं ।
- Menu Open होने के बाद इसमे से आपको Annual Information System (AIS) पर Click करना होगा
- इसमे आपको AIS वाले Tab पर Click कर TIS (Taxpayer Information Statement) पर Click करना हैं ।
- सामने जो लिस्ट open होगी उसमे आपके PAN पर जीतने भी transaction Book हुवे हैं वह सभी दिखाई देने लगेंगे ।
- List मे Divident, Interest from Saving Bank, Interest from FD, Sale or Security, Unit, और Mutual Fund, Purchase of Sale Security, Unit और Mutual Fund आदि दिखाई देंगे
अब यदि आपके पास कोई Income ऐसी हैं जो इस लिस्ट मे नहीं तो आप उसे भी note कर उनके Head पता करे । और उन Head के आधार पर आपको ITR Form select करना होता हैं
यदि आप एक Induvidual हैं तो आपको ITR-1 से ITR-4 मे से कोई एक Select करना होता हैं ।
ITR कितने प्रकार के होते हैं ।
मुख्यतः चार Form से Return File जाते हैं ।
- ITR -1 : जिनकी वार्षिक आय 50 लाख तक हो इसमें निम्न Income Source को लिया जाता हैं ।
- Income from Salary/Pension : वेतन या पेंशन से होने वाली आय
- Income from one House Property : एक मकान के किराये से होने वाली आय
- Interest from FD or Saving Bank : FD और Saving account में रखे हुए अमाउंट पर ब्याज की प्राप्ति
- Agriculture income 5000/- तक
- ITR -2 : जिन व्यक्तियों की आय Business or Profession से न होकर Salary House Property Capital Gain Lottery आदि से आय की प्राप्ति हो तो हमें ITR-2 File करना होता हैं ।
- Income from Salary : वेतन से होने वाली आय
- Income from more then One House Property : एक से अधिक मकान के किराये से होने वाली आय
- Income from other sources (Wining from Lottery ,Race Horses) : लाटरी और घुड़सवारी की आय
- Interest from FD or Saving Bank : FD और Saving account में रखे हुए अमाउंट पर ब्याज की प्राप्ति
- Agriculture Income: 5000/- से अधिक
- Capital Gain :
- यदि किसी Property को विक्रय करने से कोई Capital Income हुई हो,
- यदि आपने शेयर Purchase/Sell कीये हो जो की Delivery Based हो तो आप उसे Capital Gain मे भी ले सकते हैं ओर Income From Business मे भी ले सकते हैं ।
- ITR -3 : ITR 3 individual and HUF पर applicable होते है जिनकी Income form Business और Profession से हो
- इसमे ITR-1 , ITR-2 के सभी Head होते हैं
- एक से ज्यादा Income From House Property हो ।
- Income From Business & Profession : व्यापार और पेशे की इनकम हो तब ITR-3 का उपयोग किया जाता हैं ।
- यदि आप Share Trading मे Intra Day और Future Option से Profit Earn करते हैं तब भी उसकी आय को Income from Business माना जाता हैं ।
- यदि आपने शेयर Purchase/Sell कीये हो जो की Delivery Based हो तो आप उसे Income From Business मे भी ले सकते हैं ओर Capital Gain मे भी ले सकते हैं ।
- ITR -4 : जो व्यक्ति या फर्म अपनी Income का एक Fix Percentage से Tax Pay करते है उनके लिए ITR 4 होता हैं यह विशेषकर छोटे व्यापारी के लिए बनाया गया हैं जो की अपनी बुक्स maintain नहीं करते ।
- इसमे ITR-3 के सभी Head होते हैं सिवाय Capital Gain के , यानि इसमे Capital Gain की जानकारी नहीं होती है ।
Share Trading वालों के लिए Zerodha का उपहार
यदि आप Share Trading करते हैं जिसमे आपने Delivery ली हैं या फिर आप Intraday या Future एण्ड Option का उपयोग करते हैं तब आपके Return भरना बहुत ही मुश्किल हो जाता हैं, इसके लिए Zerodha की Kite App से यदि आप Share Trading करते हैं तब और यदि आपको Short Term या Long Term Capital Gain हो या साथ मे Future and option से Profit / Loss हुवा हो तो Zerodha मे से यदि आप अपना Income Tax का Return File करेंगे तो बहुत कम समय मे आप Return File कर पाएंगे ।
- Enter Salary Income : आपको केवल Salary से Related Income देनी होती हैं
- Enter Income From Other Source : आप Income Tax के Anuual Information Statement (AIS) की हेल्प से सारी जानकारी निकाल सकते हैं ।
- Auto Fiill Capital Gain : Capital Gain की सभी जानकारी यह खुद ही Pick कर लेता हैं, यदि आप मैनुअल या Income Tax के portal पर जा कर करेंगे तो आपको बहुत समय लगेगा ।
- Auto Fill Income From Business & Profession : यदि आप Future and Option मे Trading कर रहे हैं तब इससे होने वाली Income के लिए आपको Income From Business & Profession Head मे जानकारी देना होती हैं , इसमे यह सभी Automatic ही Fill हो जाती हैं ।
- Auto Carry Forward : यदि कोई ऐसा loss या profit हो जिसको आपको अगले year मे set off करना हो या पिछेल year का इस साल मे set off करना हो तो यह कार्य भी इसमे Automatic ही हो जाता हैं ।
- Auto Fill ITR : ITR Complete होने के बाद आपको चेक करना होता है उसके बाद आप Single Click पर ही अपना Return यही से Income Tax की Site पर Uplod कर सकते हैं , आप Json file Download कर Income Tax की Website पर Upload कर भी अपना Return Submit कर सकते हैं ।
Income Tax File करने से पहले क्या क्या तैयारी करना होती है
- Salary Income के लिए
- Bank स्टेटमेंट की प्रिंट या Soft कॉपी में ले कर रखे और उसमे से आपको जहा पर आप जॉब करते हैं वह से जो भी आय हुए हो उनका एक टोटल लगा ले ।
- आपको जो Salary मिली है उसमे यदि HRA मिला हैं तो जो भी HRA का नियम हैं उस अनुसार राशि Calculate करे ।
- यदि आप Connivance Allowance मिलता हैं तो आप उसका भी कैलकुलेशन कर के रखे (उसमे में एक लिमिट तक का Deduction मिलता हैं ।
- House Property Income के लिए
- यदि आपने अपना मकान Rent पर दिया हैं तो उससे जो भी Income हुई हैं उसे भी आप एक स्थान पर लिखे ।
- यदि एक से अधिक मकान हैं तो भी उस सभी की आय को जोड़ ले ।
- यदि आप के पास एक से अधिक मकान है और वह खाली हैं तो भी उन पर एक अनुमानित राशि से income Tax pay करना होता हैं इसके लिए आप CA से बात करे ।
- Interest Income के लिए
- आपने जो बैंक का स्टेटमेंट लिया था उसमे से आपको जो भी Saving से और FD से Interest प्राप्त हुआ हैं उसकी भी एक लिस्ट बना ले
- यदि आपने अलग अलग स्थान पर FD की हैं तो उनसे प्राप्त ब्याज की भी एक लिस्ट बना कर FD Interest का एक total और Saving Interest का एक टोटल लगा कर रखे ।
- Insurance Premium
- यदि आपने जो भी प्रीमियम Pay की हो उसका एक स्टेटमेंट निकल ले Insurance Company के Portal पर आपको सालभर का एक Certificate Online ही Issue कर दिया जाता हैं । उसके टोटल को भी एक स्थान पर लिख कर रखे ।
- यदि आपने Medical Insurance आदि किया हैं तो यदि वह भी Deduction के दायरे में आता हैं तो आप उसे भी यहाँ पर ऐड करे ।
- Tax Saving FD
- यदि आपने 5 Year वाली Tax Saving FD की हो तो आप उनकी राशि में एक स्थान पर लिखे उसका भी आपको एक लिमिट तक डिडक्शन मिल सकता हैं ।
- TDS
- यदि आपने पहले से TDS Deduct करवाया हैं तो आप Portal से उसकी जानकारी भी लिख कर रखे , वैसे जब आप ऑनलाइन फाइलिंग करते हैं तो इस तरह की जानकारी पोर्टल खुद ही ले लेता हैं फिर भी एक बार चेक जरूर करे ।
- यदि FD के Interest पर TDS Deduct हुआ हो तो आप उस राशि को भी चेक करे ।
- TDS के लिए आपको Income tax Portal (https://www.incometax.gov.in/iec/foportal) पर Login कर e-File -> Income Tax Return -> View Form 26 AS देखना होता हैं यहा से यदि कोई भी TDS Deduct हुवा होगा तो आपको दिखाई देगा।
- Other
- इसके अतिरिक्त और भी कोई हेड में इनकम या Exemption लेना हो तो आप उसकी लिस्ट बना कर रखे
- Capital Gain
- यदि आपने सालभर की Share और Mutual Fund लिए हो और उनके Sale पर आपको Profit हुवा हो, उसे Capital Gain मे Count किया जाता हैं , आपको इनसे संबंधित भी List बना कर रखना चाहिए
- यह लिस्ट निकालने के लिए आपने जिस भी Broker से Share / Mutual Fund लिए हैं उनके Portal से जा का Report निकाल सकते हैं
- यदि आपके पास Zerodha Kite हैं तो आपको Profile मे console पर जाना हैं ।
- Console open होने पर Report -> Tax P&L पर Click करना हैं । उसके बाद Financial Year और Quater select कर आप Statment Download कर सकते हैं । इस report मे Short Term Capital Gain और Long Tern Capital Gain पता लग जाता हैं आपको कोई Calculation नहीं करना होती हैं ।
ITR से संबंधित Deduction/Exumption के बारे मे जानकारी
- U/s 10 (10 D) : Insurance Compnay से मिलने वाली राशि भी कुछ शर्तों के साथ u/s 10(10 डी) मे Deduction मिल सकता हैं ।
- U/s 10 (13 A) : यदि आपको Salary मे HRA मिलता हो और आप Rent पर रह रहे हैं तब आपको Basic Salary का Metro City मे 50% तक और अन्य City मे 40% तक का Deduction मिल सकता हैं ।
- U/s 10 (14(ii)) : यदि आपको Salary Head मे कोई राशि Convence Head मे मिलती हैं तब आप 1600 प्रतिमाह तक का Deduction ले सकते हैं जो वार्षिक 19200 होता हैं ।
- U/s 80 C : यदि आपने Tax Saving FD, Insurance Premium, Pention Fund आदि में कोई राशि जमा की हैं तब आप 1.5 लाख तक का Deduction ले सकते हैं ।
- U/s 80 E : यदि आपने Education Loan लिया हो तब आपको Interest पर यह Exumption मिलता हैं ।
- U/s 80 EE : Home Loan Interest पर भी आपको Exumption मिलता हैं इसके कुछ शर्ते होती हैं वह आपको इस Aricle में मिल जाएगी ।
- U/s 80 TTA: आपको जो भी Saving Bank मे राशि रखने से जो भी ब्याज मिला हो उसकी Income को Total Income मे जोड़ना चाहिए , इसके बाद आप u/s 80TTA मे आपको Maximum 10,000 तक का Deduction मिल सकता हैं । इसमे केवल Saving Account जो किसी Bank, Co-Operative Bank, और Post Office मे होना चाहिए , RD और Fixed Deposit के Interest पर यह Deduction नहीं मिलता हैं ।
Income Tax किस तरह से Calculate किया जाता हैं
Income Tax calculation की 5 Process हैं ।
- Personal Information – इस Tab में हमें PAN, Name, Address , email, Date of Birth आदि जानकारी Feel करना होती है
- Gross Total Income – इस Tab में हमें जहां – जहां से भी आय प्राप्त हुई हैं उनकी जानकारी देना होती हैं , जैसे की सैलरी, House Property Interest Income आदि ।
- Total Deduction – इस Tab में आपको जितनी भी Deduction Provide किये गए है उनको Enter करना होते हैं । जैसे की आपने Insurance प्रीमियम, Saving Bank Interest या कोई Donation दिया हो अन्य जितने भी Deduction हो वह यहाँ पर Enter करना होते हैं ।
- Taxes Paid – यदि आपके द्वारा कही पर TDS Deduct करवाया हो या आपने कोई Advance Tax Deposit किया हो तो यहाँ से उस राशि का Adjustment किया जाता हैं ।
- Total Tax Liabilities – उपरोक्त सभी Point के आधार पर जोड़ घटाव कर जो राशि भुगतान करना होती हैं वह यहाँ पर दिखाई देती हैं यदि आपके द्वारा ज्यादा Tax Deposit किया गया हैं तो आपको उतनी राशि आपको Refund कर दी जाती हैं ।
Income Tax Return Online Filling के लिए वेबसाइट
https://www.incometax.gov.in/iec/foportal/
उपरोक्त सभी जानकारी एकत्र कर आप इस वेबसाइट पर जा कर अपनी ID बनाये और जो-जो Option दिखाई दे रहे हैं उनको Select करते जाये और इस Wizard से Return File हो जाएगा ।
Income Tax Online Calculator
यदि आपको किसी भी प्रकार के Calculation में कोई समस्या आ रही हैं तब आप Income Tax की Official Website के इस Calculator का उपयोग कर आसानी से अपने Income Tax की गणना कर सकते हैं। यह बहुत ही सरल हैं निचे में आपको लिंक दे रहा हु आप वहा से Income Tax की Website पर Rediret हो कर आसानी से Tax Libility Calculate कर सकते हैं ।
Online Income Tax Calculator के लिए क्लिक करे
Thank You
आपको यह article कैसा लगा हमें जरूर बताये , यदि आपको इसमें कोई Point समझ में नहीं आया या आप कोई Detail जानकारी चाहते हैं तब हमें Comment करे,
इस Article को मेने अपने अनुभव से लिखा हैं मैं कोई CA या Accoutant नहीं हु, इसलिए किसी भी जानकारी को आप Income Tax की वेबसाइट पर एक बार जरूर Confirm कर लेवे , हमारा Intention केवल आपको जानकारी से अवगत करना हैं, इसलिए उपरोक्त किसी भी जानकारी के लिए हम जवाबदार नहीं हैं ।
जब भी बजट आता हैं Income Tax में कुछ न कुछ Changes जरूर होते हैं इसलिए हमेशा Income Tax की Official Website से ही जानकारी ले ,
अपना कीमती समय देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।